Ganesh Chaturthi 2025 Shubh Muhurat: कब करें गणपति स्थापना

Ganesh Chaturthi 2025 Ganpati Sthapana Muhurat

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Ganesh Chaturthi 2025 Shubh Muhurat – “गणपति बप्पा मोरया! 2025 में शुभ मुहूर्त पर करें गणपति स्थापना और पाएं जीवन में सुख-समृद्धि।”


Ganesh Chaturthi 2025 Shubh Muhurat :-

भारत में हर त्योहार का एक अलग महत्व है, लेकिन जब बात गणेश चतुर्थी की आती है तो उत्साह और भक्ति का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। 2025 में गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। भक्तगण अपने घरों और पंडालों में बप्पा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना करेंगे। इस वर्ष का सबसे बड़ा सवाल यही है कि गणपति स्थापना का सही शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) कब है और किस समय भगवान गणेश का स्वागत करना चाहिए।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे:

  • गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि और चतुर्थी का महत्व
  • गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  • व्रत और अनुष्ठान से जुड़े नियम
  • इस पर्व की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत
  • गणेश चतुर्थी का भारत और विदेशों में भव्य उत्सव

गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। वर्ष 2025 में यह पर्व 27 अगस्त 2025 (बुधवार) को मनाया जाएगा।

  • चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त 2025, रात 11:10 बजे से
  • चतुर्थी तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2025, रात 08:45 बजे तक

इस तिथि के दौरान भगवान गणेश की पूजा करने का विशेष महत्व है।


गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त 2025

गणपति स्थापना का सबसे सही समय सुबह का मुहूर्त माना जाता है क्योंकि यह ब्रह्म मुहूर्त और अभिजीत मुहूर्त से जुड़ा होता है।

  • गणपति स्थापना शुभ मुहूर्त:
    • प्रातः 08:15 बजे से 11:45 बजे तक
    • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:05 से 12:55 बजे तक

अगर कोई भक्त सुबह के मुहूर्त में स्थापना नहीं कर पाता है तो दोपहर का अभिजीत मुहूर्त भी उत्तम माना जाता है।


गणपति स्थापना की विधि

गणेश चतुर्थी के दिन प्रतिमा की स्थापना और पूजा विधि परंपरा के अनुसार होनी चाहिए।

  1. प्रतिमा स्थापना से पहले
    • घर की साफ-सफाई करें।
    • पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र करें।
    • चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएँ।
  2. प्रतिमा स्थापना
    • गणपति की प्रतिमा उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में स्थापित करें।
    • मूर्ति को चांदी, तांबे या मिट्टी की चौकी पर रखें।
  3. पूजा सामग्री
    • दूर्वा, मोदक, सिंदूर, फूल, दीपक और धूप आवश्यक हैं।
    • नारियल और पांच प्रकार के फल चढ़ाएँ।
  4. पूजन विधि
    • गणेश जी का आवाहन मंत्र पढ़ें।
    • 21 दूर्वा, 21 मोदक और 21 फूल अर्पित करें।
    • गणेश जी की आरती करें।

व्रत और नियम

  • गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा देखने से बचना चाहिए।
  • व्रत रखने वाले व्यक्ति को पूरे दिन सात्विक भोजन करना चाहिए।
  • शाम को भगवान गणेश की आरती करके ही भोजन करें।

गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश जी को विघ्नहर्ता और सिद्धि विनायक कहा जाता है। मान्यता है कि गणपति स्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं।

  • सांस्कृतिक महत्व: लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने आज़ादी के आंदोलन के दौरान इस पर्व को सामाजिक एकता का प्रतीक बनाया।
  • धार्मिक महत्व: भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान और सफलता का देवता माना गया है।
  • आध्यात्मिक महत्व: स्थापना और विसर्जन जीवन और मृत्यु के चक्र का प्रतीक है।

Ganesh Chaturthi 2025 Shubh Muhurat – गणेश चतुर्थी का भव्य उत्सव

  1. महाराष्ट्र में – मुंबई के लालबागचा राजा और सिद्धिविनायक मंदिर में लाखों भक्त उमड़ते हैं।
  2. कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में – मंदिरों और घरों में भव्य पंडाल सजते हैं।
  3. विदेशों में – अमेरिका, यूके, दुबई और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय बड़े स्तर पर यह पर्व मनाते हैं।

मोदक और भोग

गणपति बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है। हर भक्त उन्हें 21 मोदक का भोग लगाता है। मोदक का अर्थ है आनंद और प्रसन्नता


पर्यावरण की ओर कदम

आजकल लोग पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इको-फ्रेंडली गणपति स्थापित कर रहे हैं। इससे जल प्रदूषण कम होता है और प्रकृति का संतुलन बना रहता है।


निष्कर्ष

गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व श्रद्धा, उत्साह और एकता का प्रतीक है। सही शुभ मुहूर्त पर गणपति स्थापना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस पर्व को मनाने से न सिर्फ धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव भी मजबूत होता है।


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🙏 इस गणेश चतुर्थी पर DailyBuzz.in की ओर से आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ। गणपति बप्पा आपके जीवन से हर विघ्न दूर करें और सुख-शांति प्रदान करें।
“गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया!”

⚠️ डिस्क्लेमर:
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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