🗓️ 1. तारीख और शुभ मुहूर्त
इस बार Yogini Ekadashi आ रही है 21 जून 2025, शनिवार को।
- एकादशी तिथि शुरू–07:18 AM (21 जून)
- समाप्त–04:27 AM (22 जून)
- पारणा (व्रत खोलने) की शुभ समयावधि–22 जून, 01:47 PM से 04:35 PM telugu.samayam.com।
कुछ पंचांगों में तैयारी के अनुसार पारणा का समय थोड़ा अलग‑हो सकता है, लेकिन सामान्य तौर पर यही माना जा रहा है ।
🌟 2. Yogini Ekadashi का महत्व
Yogini Ekadashi साल की 24 एकादशियों में से एक बेहद महत्वपूर्ण व्रत है। पुराणों में इसे 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य माना गया है ।
इस व्रत को भगवान विष्णु की आराधना का दिन माना जाता है—कहते हैं, इससे केवळ पाप मिटते नहीं, बल्कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि होती है। साथ ही इस व्रत को मोक्ष की ओर ले जाने वाला भी माना जाता है navbharattimes.indiatimes.com
📖 3. व्रत कथा – युधिष्ठिर और हेममालि
पौराणिक कथा में बताया गया है कि राजा कुबेर के बगीचे में रहे सेवक हेममालि को श्रापित होकर कोढ़ हो गया था।
ऋषि मार्कंडेय ने उन्हें बताया कि सिर्फ Yogini Ekadashi का व्रत करने से वह मुक्त होंगे।
हेममालि ने ध्यान, पूजा, कथा-श्रवण और पर्वपूर्ण व्रत रखा और अंततः उन्हें संपूर्ण मुक्ति प्राप्त हुई navbharattimes
ऐसा माना गया कि इससे पाप नष्ट होकर आत्मा को शुद्धि मिलती है।
🕰️ 4. व्रत के नियम और विधि
✅ शुरुआत:
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और घर को गंगा जल या पंचामृत से स्वच्छ करें ।
🕯 पूजा विधि:
- विष्णु-लक्ष्मी की प्रतिमा रखें, दीप, पुष्प, तिलक, तुलसी पत्र और फल अर्पित करें।
- मन में एक संकल्प लें – व्रत, तपस्या, कथा और जप हेतु अनुकूली रहे।
📿 मन्त्र और जप:
- ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप करें।
- “वीष्णु सहस्रनाम” या यशस्वी व्रत कथा सुनें।
🙅♂️ वर्जय के नियम:
- इस दिन चावल, मांस, लहसुन, प्याज़ और मत्तिका व्यंजनों से परहेज करें navbharattimes।
- धूम्रपान, दहेज, नकारात्मक सोच से दूर रहें।
- शाम तक जगरण करें, रात भर जाग कर ध्यान रखें।
🍽 पारणा (व्रत खोलना):
- अगले दिन द्वादशी (22 जून) को दोपहर 1:47 PM से 4:35 PM के बीच ही उपवास खोलें।
- इससे अधिक पुण्य मिल सकता है pratidintv.com।
🙌 5. आज के स्वरूप में Yogini Ekadashi
आजकल लोग इस व्रत में आधा-जलिया, फलाहार, या सिर्फं फल-सात्विक भोजन रखकर भी अध्यात्म से जुड़ रहे हैं।
कई लोग मंदिर या समाज में जाकर साथ मिलकर भोजन दान, वस्त्र-दान, जरूरतमंदों की सेवा करते हैं – यही वास्तविक Ekadashi का उद्देश्य है।
व्रत के दौरान कंट्रोल किया गया जीवन हमें एफ-फ्री कल्चर (fast free) और mindfulness से भी जोड़कर रखता है।
💫 6. आपको क्या लाभ मिलेंगे?
- पाप से मुक्ति और जीवन में शांति
- स्वास्थ्य में सुधार – मानसिक और शारीरिक दोनों
- Material एवं spiritual समृद्धि – धन-वैभव, आकांक्षाएं पूरी होना
- मोक्ष की प्रबल संभावना, जैसे पुराणों में कहा गया
📝 7. Expert टिप्स
- सुबह ध्यान करें – हेल्दी दिन की शुरुआत
- दिन में तुलसी-प्रसाद या हल्का ताजा फल लेना – ऊर्जा बनी रहे
- व्रत के बाद हल्की सेहतवर्धक सादा भोजन करें
- रात को देर तक जागने की जगह सच्चा ध्यान करें
💭 8. मेरी ज़ुबानी अनुभव
मैंने एक बार Yogini Ekadashi पर अगल-बगल दुनिया में सन्नाटा सा महसूस किया। मन इतना शांत हुआ कि दिनभर एक अलग सुकून और focus-MeSpace जैसा फीलिंग आया। उसी दिन छोटी-छोटी चीजें समझें, clarity आई कि कुछ ज़रूरी changes करने होंगे। शायद ये व्रत आपकी भी जिंदगी में ऐसी small या बड़ी shift ला सकता है—जरूर ट्राय करें!
👉 क्या आप इस Yogini Ekadashi पर व्रत रख रहे हैं या रखेंगे? नीचे comment में बताइए!
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इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
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