Vice President Election 2025 का महासंग्राम – CP राधाकृष्णन और सुधर्शन रेड्डी के बीच कांटे की टक्कर, वोटों की गिनती शुरू, देश की नज़र परिणाम पर!
वोटों की गिनती शुरू,नज़र परिणाम पर – Vice President Election
भारत की राजनीति में उपराष्ट्रपति चुनाव हमेशा से बेहद अहम माना जाता है। यह केवल एक संवैधानिक पद नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की रीढ़ को मज़बूत करने वाला एक स्तंभ भी है।
साल 2025 में हो रहे उपराष्ट्रपति चुनाव ने एक बार फिर देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस बार मुकाबला है एनडीए समर्थित उम्मीदवार CP राधाकृष्णन और विपक्ष समर्थित उम्मीदवार सुधर्शन रेड्डी के बीच।
दोनों नेताओं का राजनीतिक करियर लंबा और प्रभावशाली रहा है, और यही वजह है कि इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प और रोमांचक माना जा रहा है।
आज वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है और संसद भवन से लेकर पूरे देश तक इस चुनाव पर नज़रें टिक गई हैं।
किसके पक्ष में बहुमत नज़र आ रहा है, और यह नतीजे देश की राजनीति को किस दिशा में ले जा सकते हैं।
1. उपराष्ट्रपति का संवैधानिक महत्व
भारत का उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति होता है। यानी, वह ऊपरी सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी निभाता है।
साथ ही, राष्ट्रपति के अनुपस्थित रहने या इस्तीफ़ा देने की स्थिति में उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका भी निभाता है।
इसीलिए यह चुनाव केवल एक पद भरने के लिए नहीं, बल्कि देश की राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए बेहद अहम है।
2. Vice President Election 2025 उम्मीदवारों का परिचय
(a) CP राधाकृष्णन
- तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता।
- कई बार सांसद रह चुके हैं।
- एनडीए ने उन्हें उम्मीदवार बनाकर दक्षिण भारत से मज़बूत संदेश दिया है।
- सादगी और संगठनात्मक क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं।
(b) सुधर्शन रेड्डी
- विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार।
- लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े नेता और संसदीय राजनीति में सक्रिय।
- दलित समुदाय से आने वाले रेड्डी विपक्ष की एकजुटता का चेहरा हैं।
- उनका दावा है कि वे विपक्ष की आवाज़ को ऊपरी सदन में मज़बूती देंगे।
3. Vice President Election चुनाव की प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति का चुनाव सांसदों के वोट से होता है। लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित व नामित सदस्य वोट डालते हैं।
इस बार कुल 788 सांसदों को वोट डालना था। वोटिंग सीक्रेट बैलट से होती है और इसकी गिनती आज सुबह 11 बजे से शुरू हुई।
4. इस बार का राजनीतिक समीकरण
- एनडीए के पास लोकसभा में स्पष्ट बहुमत है।
- हालांकि राज्यसभा में विपक्ष का दबदबा अधिक है।
- यही वजह है कि इस चुनाव को “कांटे की टक्कर” कहा जा रहा है।
- छोटे दलों की भूमिका बेहद अहम है।
5. संसद में माहौल – Vice President Election
गिनती शुरू होते ही संसद भवन में हलचल तेज हो गई है। एनडीए और विपक्ष दोनों खेमों के सांसदों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं।
मीडिया की नज़र हर वोट की गिनती पर है। शुरुआती रुझानों से संकेत मिल रहा है कि मुकाबला बेहद नज़दीकी है।
6. जनता की उत्सुकता
देशभर में आम लोग भी इस चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं कर रहे हैं। ट्विटर (X), फेसबुक और यूट्यूब पर #VicePresidentElection2025 ट्रेंड कर रहा है।
लोगों की राय बंटी हुई है – कोई राधाकृष्णन को मज़बूत विकल्प बता रहा है, तो कोई सुधर्शन रेड्डी को विपक्ष की एकता का प्रतीक मान रहा है।
7. Vice President Election के संभावित नतीजों का असर
अगर CP राधाकृष्णन जीतते हैं, तो एनडीए की ताक़त और बढ़ेगी।
यह प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला होगा।
अगर सुधर्शन रेड्डी जीतते हैं, तो विपक्ष को बड़ी सफलता मिलेगी
यह संदेश जाएगा कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद भी विपक्ष कमज़ोर नहीं हुआ है।
8. इतिहास से तुलना
भारत में पहले भी उपराष्ट्रपति चुनावों में कई बार कड़े मुकाबले देखे गए हैं।
2017 में वेंकैया नायडू ने विपक्षी उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को हराया था।
वहीं 2022 में जगदीप धनखड़ की जीत हुई। अब 2025 का यह चुनाव भविष्य की राजनीति की दिशा तय कर सकता है।
9. विदेशी नजरिया
अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी इस चुनाव पर नज़र रखे हुए है।
क्योंकि भारत का उपराष्ट्रपति केवल संवैधानिक पद नहीं बल्कि संसद की लोकतांत्रिक ताक़त का चेहरा भी है।
अमेरिका, ब्रिटेन और एशियाई देशों की मीडिया इस मुकाबले को “India’s democratic test” कह रही है।
10. Vice President Election – किसके पक्ष में बहुमत?
गिनती के ताज़ा रुझान बताते हैं कि एनडीए समर्थित CP राधाकृष्णन मामूली बढ़त बनाए हुए हैं।
हालांकि अंतिम नतीजा अभी आना बाकी है। विपक्ष का दावा है कि “क्रॉस वोटिंग” उनकी जीत सुनिश्चित करेगी।
यानी, अंतिम परिणाम आने तक तस्वीर साफ़ नहीं होगी।
निष्कर्ष
उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 भारतीय राजनीति का एक अहम पड़ाव है। चाहे जीत किसी की भी हो, यह लोकतंत्र की शक्ति और विविधता का सबूत है।
यह चुनाव आने वाले समय में संसद के कामकाज और राजनीतिक संतुलन को सीधा प्रभावित करेगा।
CTA
आपको क्या लगता है – उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में किसकी जीत होगी? CP राधाकृष्णन या सुधर्शन रेड्डी?
अपनी राय कमेंट में ज़रूर बताइए और जुड़े रहिए DailyBuzz.in के साथ, जहां आपको मिलेंगी देश-विदेश की सबसे बड़ी और ताज़ा खबरें सबसे पहले।
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
Leave a Reply