Vice President चुनाव: BJP vs INDIA Block की बड़ी टक्कर में कौन भारी?

Vice President Election 2025 CP Radhakrishnan vs B Sudarshan Reddy

Catchline

Vice President चुनाव: BJP vs INDIA Block की बड़ी टक्कर में कौन भारी?चुनाव 2025 बना सियासी रणभूमि – एक ओर BJP का दमदार उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और दूसरी ओर INDIA गठबंधन के बी. सुदर्शन रेड्डी। सवाल है, सत्ता की इस जंग में आखिर कौन भारी पड़ेगा?


Vice President चुनाव:

भारत की राजनीति हमेशा चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती रही है। हर छोटा-बड़ा चुनाव न केवल सत्ता समीकरण बदलता है, बल्कि जनता के मूड और राजनीतिक दलों की ताकत का भी इम्तिहान लेता है। ऐसे में Vice President Election 2025 देश की राजनीति में नई गरमी और उत्सुकता लेकर आया है।

इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प है क्योंकि मैदान में हैं BJP के वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन और INDIA गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी। दोनों ही नाम अपने-अपने राजनीतिक अनुभव और साख के लिए जाने जाते हैं। लेकिन जब मामला सत्ता समीकरणों और गठबंधनों का हो, तो तस्वीर हमेशा सीधी नहीं होती।

चलिए, इस ब्लॉग में विस्तार से समझते हैं –

  • कौन हैं ये दोनों उम्मीदवार?
  • किसके पास कितनी ताकत है?
  • INDIA गठबंधन में ममता बनर्जी की भूमिका क्यों अहम रही?
  • और आखिर किसके भारी पड़ने की संभावना है।

उपराष्ट्रपति चुनाव का महत्व

भारत का उपराष्ट्रपति न केवल राज्यसभा का सभापति होता है बल्कि राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में देश का सर्वोच्च पद संभालने की जिम्मेदारी भी निभाता है। यह पद इसलिए भी खास है क्योंकि यहां बैठने वाला व्यक्ति सत्ता और विपक्ष, दोनों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है।

यानी, यह चुनाव केवल एक पद का चुनाव नहीं, बल्कि पूरे देश की राजनीतिक दिशा का संकेत भी होता है।


BJP के उम्मीदवार: सीपी राधाकृष्णन

सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं और लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए हैं। उन्होंने पार्टी को दक्षिण भारत में मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है।

  • दो बार लोकसभा सांसद रहे।
  • पार्टी संगठन में मजबूत पकड़।
  • हाल ही में राज्यपाल के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
  • मोदी-शाह की पसंदीदा सूची में शामिल।

उनकी सबसे बड़ी ताकत है NDA की मजबूत संख्यात्मक स्थिति। राज्यसभा और लोकसभा दोनों में भाजपा के पास बड़ी संख्या में सांसद हैं, जो इस चुनाव को आसान बना सकते हैं।


INDIA गठबंधन के उम्मीदवार: बी. सुदर्शन रेड्डी

INDIA Block ने कड़ा मुकाबला देने के लिए पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। उनका नाम ममता बनर्जी के दबाव के बाद सामने आया।

  • सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज।
  • संवैधानिक मामलों पर मजबूत पकड़।
  • विपक्ष की एकता का प्रतीक माने जा रहे हैं।

उनके नाम से INDIA गठबंधन ये संदेश देना चाहता है कि वह भाजपा की “पॉलिटिकल कैलकुलेशन” के खिलाफ संविधान और न्यायप्रियता का एजेंडा लेकर आया है।


ममता बनर्जी की भूमिका क्यों अहम?

INDIA गठबंधन में उम्मीदवार को लेकर पहले मतभेद थे। कई दल चाहते थे कि कोई राजनीतिक चेहरा आगे आए

लेकिन ममता बनर्जी ने साफ कहा – “हमें एक ऐसा चेहरा चाहिए जो भाजपा के खिलाफ एक नैतिक आधार बने।”

उनकी ही राय के बाद बी. सुदर्शन रेड्डी का नाम फाइनल हुआ।
इससे साफ है कि INDIA Block में ममता का दबदबा लगातार बढ़ रहा है।


संसद में आंकड़े किसके पक्ष में?

अगर संख्याबल देखा जाए तो भाजपा और उसके सहयोगियों के पास अभी भी भारी बढ़त है।

  • NDA के पास लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर करीब 390 से ज्यादा सांसदों का समर्थन है।
  • INDIA Block के पास करीब 220 सांसदों का साथ
  • कुछ क्षेत्रीय दल अभी भी खुले पत्ते नहीं खेल रहे।

यानी अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो जीत का पलड़ा भाजपा के पक्ष में ही नजर आता है।


लेकिन चुनाव सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं!

राजनीति में कई बार संकेत और संदेश ज्यादा मायने रखते हैं।

अगर विपक्ष मजबूत और एकजुट होकर मैदान में उतरता है, तो भले नतीजे उनके पक्ष में न हों, लेकिन वह जनता को यह दिखाने में कामयाब हो सकता है कि वे लड़ाई लड़ रहे हैं।

इस बार का मुकाबला भी ठीक वैसा ही है। INDIA Block यह दिखाना चाहता है कि वह भाजपा के सामने “झुकने वाला विपक्ष नहीं” बल्कि एक मजबूत राजनीतिक ताकत है।


मीडिया और जनता का मूड

मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक विश्लेषणों के मुताबिक –

  • BJP का पलड़ा आंकड़ों में भारी है।
  • INDIA Block का उम्मीदवार विपक्ष की एकता और संविधान की मजबूती का प्रतीक है।
  • जनता इस चुनाव को 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले की पॉलिटिकल टेस्ट रन की तरह देख रही है।

क्या हो सकता है नतीजा?

अगर सब कुछ वैसा ही रहा जैसा अभी दिख रहा है, तो सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति बनेंगे।

लेकिन इस मुकाबले की अहमियत सिर्फ नतीजे में नहीं, बल्कि इस बात में है कि विपक्ष ने एकजुट होकर भाजपा को सीधी चुनौती दी है।


Vice President चुनाव और 2029 की तस्वीर

यह चुनाव भले राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के चुनाव जितना बड़ा न हो, लेकिन इसके जरिए यह साफ हो रहा है कि 2029 की राह में INDIA Block खुद को गंभीर विकल्प के तौर पर पेश करना चाहता है

दूसरी ओर भाजपा अपने मजबूत संगठन और गठबंधन की ताकत का प्रदर्शन करना चाहती है।

यानी, यह चुनाव भविष्य की राजनीति की झलक है।


निष्कर्ष

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 न केवल एक संवैधानिक पद का चुनाव है, बल्कि राजनीतिक संदेश का भी बड़ा मंच है।
जहां BJP अपने संख्याबल के दम पर जीत की ओर बढ़ रही है, वहीं INDIA Block यह दिखाने में सफल रहा है कि उसके भीतर अभी भी एकजुट होकर लड़ने की क्षमता है।
ममता बनर्जी की सक्रियता ने इस चुनाव को और भी रोचक बना दिया है।


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⚠️ डिस्क्लेमर:
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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