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Operation Mahadev: श्रीनगर में गूंजे गोलियों के धमाके – ऑपरेशन महादेव ने दहलाया आतंक का ठिकाना
📰 ब्लॉग कंटेंट:
श्रीनगर एक बार फिर गोलियों की गूंज से थर्राया, जब सुरक्षाबलों ने रविवार को एक बड़े ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
इस कार्रवाई का नाम दिया गया – Operation Mahadev ऑपरेशन महादेव, जो अब तक की सबसे निर्णायक और तेज़ रणनीति मानी जा रही है।
सुबह होते ही पूरे इलाक़े को घेर लिया गया और कुछ ही घंटों में एक-एक कर तीन आतंकी ढेर कर दिए गए। हालांकि, उनकी पहचान में अभी कुछ समय लग सकता है।
यह मुठभेड़ श्रीनगर के पुराने शहर के ईदगाह इलाके में हुई, जो पहले भी कई बार आतंकियों की गतिविधियों का केंद्र रहा है।
इस बार सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया जानकारी पहले से मिल चुकी थी, जिसके बाद पूरी योजना बनाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
🔥 कैसे शुरू हुआ Operation Mahadev (ऑपरेशन महादेव)?
सुबह करीब 5:30 बजे राष्ट्रीय राइफल्स (RR), जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन महादेव की शुरुआत की।
खुफिया जानकारी के अनुसार, तीन आतंकवादी एक खाली घर में छिपे हुए थे और अगले कुछ घंटों में वह शहर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
टीम ने इलाके को चारों तरफ़ से घेर लिया। स्थानीय नागरिकों को घरों में रहने की हिदायत दी गई।
जैसे ही पहली चेतावनी दी गई, आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया गया। लगभग तीन घंटे की भीषण मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकी मारे गए।
🧠 कौन थे ये आतंकी?
अधिकारियों का कहना है कि मारे गए आतंकवादी पाकिस्तान प्रायोजित संगठन से जुड़े हो सकते हैं।
हालांकि, उनकी पूरी पहचान डीएनए टेस्ट और स्थानीय इनपुट्स के ज़रिए ही पक्की की जा सकेगी।
उनमें से दो के पास विदेशी हथियार मिले हैं, जबकि एक के पास IED बनाने की सामग्री थी।
एक अधिकारी ने बताया –
इनके पास से बरामद सामान, मोबाइल डेटा और GPS लोकेशन ये साफ़ संकेत देते हैं कि ये लोग बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में थे।
📸 ऑपरेशन के दौरान हालात कैसे रहे?
इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। ड्रोन की मदद से छतों की निगरानी की गई। हर संभावित रास्ते को सील किया गया।
किसी भी आम नागरिक को नुकसान न हो, इसके लिए पूरी सावधानी बरती गई।
मुठभेड़ के बाद जैसे ही इलाके से शव निकाले गए, मौके पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किया गया और पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा रहा।
🧾 सुरक्षाबलों की योजना और बहादुरी
ऑपरेशन महादेव में हिस्सा लेने वाले जवानों को पहले से प्रशिक्षित किया गया था।
इस ऑपरेशन में विशेष कमांडो यूनिट, नाइट विजन डिवाइस, बॉडी कैमरा और हथियारों के साथ आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया।
CRPF के एक अधिकारी ने बताया –
हमें अपनी रणनीति पर पूरा भरोसा था। हमने पूरे ऑपरेशन को बिना किसी सिविलियन को नुकसान पहुँचाए पूरा किया, जो हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
🌍 देशभर में मिली प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर गृह मंत्रालय तक ने इस ऑपरेशन की सराहना की है।
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा –
सुरक्षाबलों की बहादुरी को सलाम। आतंक के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
कई रक्षा विशेषज्ञों ने इसे टेक्नोलॉजी और इंटेलिजेंस का शानदार संयोजन कहा है।
🧭 कश्मीर में हालात – अब क्या?
हाल ही में कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में दोबारा उछाल देखा गया है।
पिछले दो महीनों में सेना ने कई ऑपरेशन चलाए हैं जिनमें दर्जनों आतंकवादी मारे गए हैं।
ऑपरेशन महादेव इसी कड़ी में सबसे ताज़ा और अहम ऑपरेशन माना जा रहा है।
📈 पिछले 5 बड़े ऑपरेशन जिनमें मिली बड़ी सफलता:
- ऑपरेशन ट्राइडेंट (जनवरी 2025) – पुलवामा में 5 आतंकी मारे गए
- ऑपरेशन फाल्कन (मार्च 2025) – LOC पर घुसपैठ नाकाम
- ऑपरेशन शिवाय (अप्रैल 2025) – कुपवाड़ा में IED ब्लास्ट को रोका गया
- ऑपरेशन त्रिशूल (मई 2025) – अनंतनाग में आतंकी कैंप तबाह
- ऑपरेशन महादेव (जुलाई 2025) – श्रीनगर में 3 आतंकी ढेर
🧾 निष्कर्ष
ऑपरेशन महादेव न केवल एक सफल मुठभेड़ थी,
बल्कि यह संदेश भी था कि भारत आतंक के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा।
आतंकवादी चाहे किसी भी गुट से हों, देश की सुरक्षा एजेंसियां हर मोर्चे पर तैयार हैं।
श्रीनगर की यह कार्रवाई पूरे देश के लिए गर्व का विषय है
और इसने यह भी साबित कर दिया कि अब आतंक को कश्मीर में पनपने नहीं दिया जाएगा।
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इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
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