कॉर्पोरेट दुनिया का बड़ा झटका – नेस्ले के टॉप एक्ज़ीक्यूटिव Laurent Freixe (लॉरेंट फ़्रेक्से) को अचानक पद से हटाया गया।
Nestle CEO : Laurent Freixe
कॉर्पोरेट जगत में स्कैंडल और विवाद कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन जब यह किसी दिग्गज कंपनी और उसके टॉप मैनेजमेंट से जुड़ा हो, तो मामला और भी सनसनीखेज़ हो जाता है।
हाल ही में नेस्ले के CEO लॉरेंट फ़्रेक्से को उनके पद से अचानक हटा दिया गया।
वजह चौंकाने वाली रही – कंपनी ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी अधीनस्थ महिला सहयोगी के साथ ‘अनडिस्क्लोज़्ड रोमांटिक रिलेशनशिप’ रखा, जिसे कंपनी की आचार संहिता के खिलाफ माना गया।
यह खबर आते ही कॉर्पोरेट और मीडिया जगत में भूचाल आ गया।
लोग हैरान रह गए कि जिस व्यक्ति ने सालों तक कंपनी को ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई
उसका करियर एक पर्सनल रिलेशनशिप की वजह से डूब सकता है।
कौन हैं Laurent Freixe ?
Laurent Freixe (लॉरेंट फ़्रेक्से) फ्रांस में जन्मे और पले-बढ़े एक बिज़नेस लीडर हैं। उन्होंने नेस्ले के साथ अपने करियर की शुरुआत की और धीरे-धीरे टॉप पद तक पहुंचे।
उनकी गिनती उन सीईओज़ में होती थी जिनकी न सिर्फ लीडरशिप स्किल्स, बल्कि ब्रांड बिल्डिंग और ग्लोबल मार्केट एक्सपैंशन में भी खास पहचान थी।
कंपनी में उनका सफर बेहद सफल माना जाता है। उन्होंने कई उभरते बाज़ारों में नेस्ले का बिज़नेस बढ़ाया और कंपनी को अरबों डॉलर का मुनाफा दिलाया।
लेकिन अब उन्हीं का नाम एक विवादित मुद्दे की वजह से सुर्खियों में है।
क्या है Laurent Freixe असली विवाद?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंट फ़्रेक्से का अपनी अधीनस्थ (subordinate) महिला सहयोगी के साथ ‘अनडिस्क्लोज़्ड रिलेशनशिप’ था।
- कंपनी की नीतियों में साफ़ लिखा है कि किसी भी सीईओ या टॉप मैनेजमेंट पोज़ीशन पर बैठे इंसान को अपने अधीनस्थ के साथ रोमांटिक या पर्सनल रिलेशनशिप को डिस्क्लोज़ करना अनिवार्य है।
- अगर ऐसा नहीं किया जाता, तो यह हितों के टकराव (conflict of interest) और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है।
- चूंकि फ़्रेक्से ने इस रिलेशनशिप को छिपाया, इसलिए बोर्ड ने तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें पद से हटा दिया।
क्यों है मामला इतना बड़ा?
किसी कंपनी के CEO सिर्फ एक अधिकारी नहीं होते, बल्कि ब्रांड का चेहरा होते हैं।
उनकी हर हरकत, हर फैसला कंपनी की छवि और मार्केट वैल्यू को प्रभावित करता है।
लॉरेंट फ़्रेक्से की इस हरकत ने:
- कंपनी की इमेज को नुकसान पहुंचाया।
- निवेशकों और शेयरहोल्डर्स के बीच अनिश्चितता बढ़ा दी।
- कर्मचारियों को यह संदेश दिया कि अगर टॉप लीडर ही नियम तोड़ेंगे, तो बाकी से क्या उम्मीद की जाए?
कॉर्पोरेट जगत और नैतिकता का सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है –
क्या निजी रिश्तों की वजह से किसी का करियर खत्म हो जाना सही है?
- एक पक्ष कहता है कि यह व्यक्तिगत मामला है और कंपनी को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।
- जबकि दूसरा पक्ष मानता है मामला बॉस और अधीनस्थ के बीच हो, तो यह प्रोफेशनल माहौल को बिगाड़ सकता है।
कई बार ऐसे रिश्तों की वजह से:
- प्रमोशन और फैसलों पर पक्षपात के आरोप लगते हैं।
- टीम में असमानता और अनफेयर ट्रीटमेंट की भावना पैदा होती है।
- कंपनी की एथिकल पॉलिसीज़ का उल्लंघन होता है।
ग्लोबल कॉर्पोरेट वर्ल्ड में ऐसे और मामले
लॉरेंट फ़्रेक्से का मामला पहला नहीं है। इससे पहले भी कई बड़े कॉर्पोरेट लीडर्स इसी वजह से अपनी कुर्सी गंवा चुके हैं।
- McDonald’s CEO स्टीव ईस्टरब्रुक को 2019 में इसी तरह का रोमांटिक रिलेशनशिप छुपाने पर बर्खास्त किया गया था।
- कई और कंपनियों ने भी इसी तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की है।
यह बताता है कि कॉर्पोरेट दुनिया में अब कंपनियां अपने टॉप अधिकारियों से सिर्फ कामकाज ही नहीं, बल्कि एथिकल बिहेवियर भी चाहती हैं।
Nestlé पर असर
नेस्ले एक 120+ साल पुरानी कंपनी है और दुनिया की सबसे बड़ी फूड एंड बेवरेज कंपनियों में से एक मानी जाती है।
- फ़्रेक्से की बर्खास्तगी के बाद कंपनी पर तुरंत असर देखा गया।
- शेयर मार्केट में कंपनी के स्टॉक्स में हल्की गिरावट आई।
- निवेशकों में यह सवाल उठने लगा कि क्या कंपनी सही समय पर सही फैसले ले पाएगी।
जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यह खबर आते ही यूज़र्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं।
- कुछ लोगों ने कहा – “किसी का करियर सिर्फ लव अफेयर की वजह से खत्म कर देना बहुत कठोर फैसला है।”
- वहीं कुछ ने लिखा – “जब आप इतने बड़े पद पर होते हैं, तो आपको हर चीज़ सोच-समझकर करनी चाहिए।”
- कई लोगों ने इसे कर्मचारी सुरक्षा और फेयर वर्कप्लेस के लिए सही कदम बताया।
करियर बनाम रिलेशनशिप – सीख क्या है?
लॉरेंट फ़्रेक्से का मामला एक बड़ी सीख है। चाहे आप कितने भी सफल क्यों न हों, नैतिकता और ट्रांसपेरेंसी से समझौता करना आपके पूरे करियर को खतरे में डाल सकता है।
- प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल रिलेशनशिप्स को अलग रखना बेहद ज़रूरी है।
- अगर किसी कंपनी की पॉलिसी में किसी रिलेशनशिप को डिस्क्लोज़ करना अनिवार्य है, तो उसका पालन करना चाहिए।
- छोटी सी चूक भी बड़े स्कैंडल का रूप ले सकती है।
Laurent Freixe के बाद अब आगे क्या?
नेस्ले ने फ़्रेक्से की जगह तुरंत इंटरिम CEO की नियुक्ति की है। कंपनी कोशिश कर रही है कि यह विवाद ज्यादा लंबा न खिंचे और जल्द ही चीज़ें सामान्य हो जाएं।
दूसरी ओर, लॉरेंट फ़्रेक्से के करियर पर बड़ा प्रश्नचिह्न लग गया है।
- क्या वे किसी और कंपनी में दोबारा बड़ा पद पा सकेंगे?
- या यह स्कैंडल उनके करियर को यहीं समाप्त कर देगा?
यह आने वाला वक्त बताएगा।
निष्कर्ष
Laurent Freixe का मामला कॉर्पोरेट दुनिया का एक बड़ा उदाहरण है कि चाहे आपकी पोज़ीशन कितनी भी मजबूत क्यों न हो, पर्सनल रिलेशनशिप्स में की गई एक गलती आपके पूरे करियर को डुबो सकती है। नेस्ले ने अपने नियमों और एथिकल पॉलिसीज़ को प्राथमिकता दी और साबित किया कि कंपनी किसी भी व्यक्ति से बड़ी होती है।
Call to Action
क्या आपको लगता है कि कंपनी ने सही कदम उठाया या फिर यह लॉरेंट फ़्रेक्से के लिए बहुत कठोर फैसला था? अपनी राय हमें कॉमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसी ही और बड़ी कॉर्पोरेट और बिज़नेस खबरों के लिए जुड़े रहिए DailyBuzz.in के साथ।
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
Leave a Reply