IRDAI ने लगाई PolicyBazaar पर ₹5 करोड़ की जुर्माना – क्या थे आरोप?

IRDAI imposed ₹5 crore penalty on PolicyBazaar

Catchline

बीमा सेक्टर में बड़ा झटका! IRDAI ने PolicyBazaar पर ₹5 करोड़ का भारी जुर्माना ठोका, जानिए पूरा मामला।


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बीमा सेक्टर में पारदर्शिता और भरोसे की सबसे बड़ी जिम्मेदारी रेग्युलेटरी बॉडी IRDAI (Insurance Regulatory and Development Authority of India) के पास होती है। लेकिन हाल ही में एक बड़ा एक्शन लेकर इसने दिखा दिया है कि ग्राहकों के हितों से खिलवाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।

PolicyBazaar, जो भारत की सबसे मशहूर ऑनलाइन इंश्योरेंस मार्केटप्लेस में से एक है, पर IRDAI ने ₹5 करोड़ का जुर्माना लगाया है। आरोप?

  • ग्राहकों को biased और misleading product recommendations देना।
  • पॉलिसी बेचते वक्त पूरा सच न बताना
  • कुछ मामलों में ग़लत व अधूरी जानकारी देना

यह घटना सिर्फ एक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं, बल्कि पूरे इंश्योरेंस सेक्टर के लिए एक बड़ा अलार्म है।


PolicyBazaar कौन है और क्यों है इतना बड़ा नाम?

पॉलिसीबाज़ार की शुरुआत 2008 में हुई थी। इसका मकसद था – ग्राहकों को एक ही जगह पर सभी बीमा पॉलिसियों की तुलना करने और बेहतर विकल्प चुनने की सुविधा देना।

  • लाखों ग्राहक हर महीने इसकी वेबसाइट और ऐप पर आते हैं।
  • हेल्थ, लाइफ, मोटर, और ट्रैवल इंश्योरेंस समेत कई प्रोडक्ट्स यहां मिलते हैं।
  • कंपनी का दावा – “हम unbiased comparison करते हैं”।

लेकिन IRDAI की रिपोर्ट से यह दावा अब सवालों के घेरे में है।


IRDAI ने क्या पाया?

IRDAI ने अपनी जांच में पाया कि –

  1. कुछ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स को ज्यादा प्रमोट किया जा रहा था, जबकि मार्केट में बेहतर विकल्प मौजूद थे।
  2. ग्राहकों को पॉलिसी के बारे में सारी शर्तें और limitations नहीं बताई जा रही थीं।
  3. पॉलिसी की तुलना में पक्षपात किया जा रहा था, जिससे उपभोक्ता गुमराह हो सकते थे।
  4. कुछ मामलों में premium calculation में transparency की कमी थी।

₹5 करोड़ जुर्माना क्यों?

IRDAI ने पॉलिसीबाज़ार पर यह कहते हुए पेनाल्टी लगाई कि –

  • कंपनी ने IRDAI regulations का उल्लंघन किया।
  • ग्राहक हितों के खिलाफ काम किया
  • कंपनी ने मार्केट में अपनी पोजिशन का इस्तेमाल सिर्फ सेल बढ़ाने के लिए किया, बजाय सही सलाह देने के।

₹5 करोड़ का जुर्माना न सिर्फ एक आर्थिक झटका है, बल्कि कंपनी की साख पर भी असर डालेगा।


कानूनी पहलू

IRDAI के नियम साफ कहते हैं –

  • सभी इंश्योरेंस इंटरमीडियरी को unbiased advice देनी होगी।
  • किसी भी तरह की misleading advertisement या presentation की इजाज़त नहीं है।
  • प्रोडक्ट की सभी शर्तें और सीमाएं साफ-साफ बताना जरूरी है।

PolicyBazaar पर आरोप है कि उसने इन तीनों नियमों की अनदेखी की।


ग्राहकों पर असर

इस पूरे मामले का असर सीधा ग्राहकों पर पड़ सकता है –

  • अब ग्राहक और भी सतर्क हो जाएंगे।
  • ऑनलाइन इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म्स पर भरोसा कम हो सकता है।
  • कंपनी को अपनी पॉलिसी और ऑपरेशन में बड़े बदलाव करने पड़ेंगे।

PolicyBazaar का पक्ष

कंपनी ने अपने बयान में कहा –

“हम IRDAI के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और अपने प्रोसेस में सुधार कर रहे हैं। हमारा मकसद हमेशा ग्राहकों को सही जानकारी और बेहतरीन सेवा देना रहा है।”

लेकिन सवाल ये है – अगर सबकुछ सही था तो जुर्माना क्यों लगा?


ये सिर्फ PolicyBazaar की बात नहीं है…

यह मामला पूरे ऑनलाइन इंश्योरेंस सेक्टर के लिए एक चेतावनी है।

  • अब रेग्युलेटर और सख्ती से निगरानी करेगा।
  • कोई भी कंपनी ग्राहक को गुमराह नहीं कर पाएगी।
  • पारदर्शिता और ईमानदारी की अहमियत और बढ़ गई है।

आगे क्या हो सकता है?

  • PolicyBazaar अपने एल्गोरिद्म और सलाह देने के तरीके में बदलाव करेगा।
  • ग्राहकों को ज्यादा डिटेल्ड पॉलिसी comparison मिलेगा।
  • IRDAI अन्य कंपनियों की भी जांच कर सकता है।

सीख क्या है?

ग्राहकों के लिए –

  • सिर्फ comparison वेबसाइट पर भरोसा मत कीजिए।
  • पॉलिसी के terms & conditions खुद पढ़िए।
  • हर जानकारी को क्रॉस-चेक कीजिए।

कंपनियों के लिए –

  • ट्रस्ट बनाने में सालों लगते हैं, लेकिन खोने में एक पल।
  • रेग्युलेशन को lightly लेना अब खतरनाक है।

निष्कर्ष

IRDAI का यह कदम बीमा सेक्टर में पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक बड़ा कदम है। PolicyBazaar जैसी बड़ी कंपनियों के लिए यह एक सबक है कि ग्राहकों का भरोसा ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है। अगर उसे खो दिया, तो न सिर्फ आर्थिक नुकसान होगा बल्कि साख भी चली जाएगी।


अगर आप बीमा खरीदने की सोच रहे हैं, तो किसी भी प्लेटफॉर्म पर आंख बंद करके भरोसा न करें। हर शर्त और फीचर को ध्यान से पढ़ें और अपने हित में फैसला लें।
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⚠️ डिस्क्लेमर:
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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