गुरु रंधावा पहुंचे कानूनी जाल में – ‘Sirra’ Song से उठे सवाल

Guru Randhawa summoned by Ludhiana court over Sirra song lyrics controversy

पॉपुलर पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा के गाने ‘Sirra’ पर बवाल, लुधियाना कोर्ट ने भेजा समन – आखिर ड्रग्स से जुड़े बोलों ने क्यों बढ़ाई मुश्किलें?


गुरु रंधावा की गंभीर मुश्किलें :-

गुरु रंधावा का नाम आज पंजाबी और बॉलीवुड म्यूज़िक इंडस्ट्री में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। उनके गाने पार्टी एंथम बन जाते हैं, लाखों-करोड़ों व्यूज़ हासिल करते हैं और यंगस्टर्स की पहली पसंद होते हैं।

लेकिन इस बार वो सुर्ख़ियों में अपने म्यूज़िक के लिए नहीं बल्कि कानूनी पचड़े की वजह से हैं।

हाल ही में लुधियाना कोर्ट ने सिंगर गुरु रंधावा को समन जारी किया है।

मामला उनके गाने Sirra से जुड़ा हुआ है, जिसके बोलों को लेकर आपत्ति जताई गई है।

आरोप है कि इस गाने में ऐसे शब्द हैं जो युवाओं को ड्रग्स और नशे के लिए प्रेरित कर सकते हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर गाने के बोलों से इतना विवाद क्यों हुआ? क्या सच में कलाकारों को अपनी कला के लिए कोर्ट में जवाब देना पड़ेगा?

और इस पूरे विवाद का असर गुरु रंधावा के करियर पर क्या होगा? आइए इस पूरे मसले को विस्तार से समझते हैं।


गुरु रंधावा – एक छोटे शहर से अंतरराष्ट्रीय स्टार तक

गुरु रंधावा पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र से ही म्यूज़िक में रुचि दिखाना शुरू कर दिया था।

उनका पहला गाना ‘Same Girl’ साल 2012 में आया, लेकिन असली पहचान उन्हें ‘Patola’ (Bohemia के साथ) और ‘Suit Suit’ जैसे गानों से मिली।

बॉलीवुड की फिल्मों में उनके गानों ने धूम मचाई। चाहे ‘High Rated Gabru’ हो, ‘Lahore’ हो या फिर ‘Ban Ja Rani’, हर गाना चार्टबस्टर साबित हुआ।

आज उनकी पहचान सिर्फ पंजाब तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे इंटरनेशनल लेवल पर भी परफॉर्म कर चुके हैं।

लेकिन जितनी तेजी से उनका करियर ऊंचाइयों पर पहुंचा, उतनी ही तेजी से अब उनके सामने विवाद खड़ा हो गया है।


गुरु रंधावा के Sirra Song पर क्यों हुआ विवाद?

2020 में रिलीज हुआ गुरु रंधावा का गाना “Sirra” युवाओं के बीच बेहद पॉपुलर हुआ।

इस गाने के बोल और बीट्स ने पार्टीज़ और सोशल मीडिया पर खूब धमाल मचाया।

लेकिन कुछ समय बाद इस गाने पर आपत्तियां उठाई जाने लगीं।

  • आरोप है कि इस गाने में नशे से जुड़ी भाषा और ड्रग्स को ग्लोरिफाई करने वाले शब्द इस्तेमाल किए गए हैं।
  • पंजाब में पहले से ही ड्रग्स की समस्या बेहद गंभीर है। ऐसे में यह तर्क दिया गया कि मशहूर सिंगर जब इस तरह के गाने रिलीज करेंगे तो यह युवाओं को गलत राह पर ले जा सकता है।
  • शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि “Sirra” जैसे गाने समाज में गलत संदेश फैला सकते हैं और पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बादी की ओर धकेल सकते हैं।

लुधियाना कोर्ट का कदम

शिकायत के बाद लुधियाना अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरु रंधावा को समन जारी किया है।

कोर्ट ने साफ कहा कि कलाकार समाज का आईना होते हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए।

  • अगली सुनवाई में गुरु रंधावा को कोर्ट में पेश होना होगा।
  • यह भी संभव है कि उन्हें अपनी सफाई देनी पड़े कि गाने के बोलों का मकसद ड्रग्स को बढ़ावा देना नहीं था।
  • यदि कोर्ट में उनका पक्ष संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।

म्यूज़िक इंडस्ट्री में Lyrics को लेकर विवाद कोई नया नहीं

गुरु रंधावा अकेले ऐसे गायक नहीं हैं जिनके गानों को लेकर सवाल उठे हों।

पंजाबी म्यूज़िक इंडस्ट्री में पिछले कुछ सालों में कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं।

  • Honey Singh पर भी कई बार आरोप लगे कि उनके गाने अश्लील और नशे को बढ़ावा देने वाले होते हैं।
  • Sidhu Moosewala (स्व. सिद्धू मूसेवाला) के गानों में हिंसा और हथियारों के महिमामंडन की शिकायतें हुईं।
  • अब Randhawa भी इसी लिस्ट में शामिल हो गए हैं।

दरअसल, म्यूज़िक इंडस्ट्री में एक बड़ा ट्रेंड बन चुका है – ग्लैमर, हथियार और ड्रग्स को दिखाना।

यह युवाओं को अट्रैक्ट तो करता है लेकिन समाज पर इसका असर गंभीर हो सकता है।


गुरु रंधावा की सफाई क्या हो सकती है?

अभी तक सिंगर की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि उनकी टीम यह दलील दे सकती है:

  1. गाने का मकसद एंटरटेनमेंट था, न कि ड्रग्स को प्रमोट करना।
  2. शब्दों का मतलब लोगों ने गलत निकाला है, असल में वे सिर्फ राइम और स्टाइल के लिए इस्तेमाल हुए थे।
  3. पॉप म्यूज़िक में अक्सर slang और ट्रेंडी वर्ड्स का इस्तेमाल होता है, जिनका गलत मतलब नहीं निकालना चाहिए।

लेकिन अदालत में यह सफाई कितनी टिकती है, यह देखना दिलचस्प होगा।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ

जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर फैंस और क्रिटिक्स में बहस छिड़ गई।

  • कुछ लोग कह रहे हैं कि यह कलाकारों की freedom of expression पर हमला है।
  • वहीं कई लोग मानते हैं कि कलाकारों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और ऐसे बोलों से बचना चाहिए।
  • ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #GuruRandhawa ट्रेंड करने लगा।

पंजाब में Drugs का बड़ा संकट

इस विवाद को समझने के लिए पंजाब की स्थिति जानना जरूरी है।

पंजाब लंबे समय से ड्रग्स की समस्या से जूझ रहा है।

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर साल हजारों युवा नशे की चपेट में आ जाते हैं।

  • यह सिर्फ एक हेल्थ इश्यू नहीं, बल्कि सोशल और पॉलिटिकल इश्यू भी बन चुका है।
  • ऐसे में जब कोई पॉपुलर सिंगर अपने गाने में ड्रग्स का ज़िक्र करता है, तो यह विवाद का कारण बन जाता है।
  • सरकार और सामाजिक संगठन भी लंबे समय से ऐसे गानों पर रोक लगाने की मांग करते रहे हैं।

क्या बदलेगा Music Industry का चेहरा?

इस विवाद के बाद बड़ा सवाल यह है कि क्या आने वाले समय में कलाकार अपने गानों के बोल लिखते समय और सावधानी बरतेंगे?

  • हो सकता है कि सेंसरशिप जैसी स्थिति बन जाए और गानों को रिलीज से पहले जांचना पड़े।
  • या फिर कलाकार खुद अपने स्तर पर कंटेंट को लेकर ज़्यादा जिम्मेदार हो जाएँ।
  • हालांकि, इससे म्यूज़िक की क्रिएटिव फ्रीडम पर भी असर पड़ सकता है।

करियर और भविष्य

गुरु रंधावा के फैंस की संख्या करोड़ों में है। बॉलीवुड से लेकर पंजाबी इंडस्ट्री तक उनकी डिमांड बनी रहती है।

इस विवाद का असर उनके करियर पर सीधा पड़ सकता है।

  • यदि मामला लंबा खिंचता है तो उनके नए प्रोजेक्ट्स पर असर हो सकता है।
  • कई ब्रांड्स और इवेंट्स उनसे दूरी बना सकते हैं।
  • हालांकि, अगर वे कोर्ट में साफ-सफाई से निकल जाते हैं तो यह विवाद उनके लिए पब्लिसिटी भी साबित हो सकता है।

निष्कर्ष

गुरु रंधावा का केस सिर्फ एक गायक का विवाद नहीं है, बल्कि यह पूरे संगीत जगत की जिम्मेदारी को उजागर करता है।

कलाकारों का काम है एंटरटेन करना, लेकिन साथ ही समाज पर उनके कंटेंट का असर भी गहरा पड़ता है।

पंजाब जैसे राज्य में, जहां ड्रग्स पहले से ही बड़ी समस्या है, वहां इस तरह के गाने आसानी से सवालों के घेरे में आ जाते हैं।

अब देखना होगा कि कोर्ट इस केस में क्या फैसला सुनाती है और गुरु रंधावा इस कानूनी लड़ाई से कैसे बाहर निकलते हैं।


Call to Action

आपको क्या लगता है – कलाकारों को अपनी क्रिएटिव फ्रीडम का इस्तेमाल करने का पूरा हक होना चाहिए या फिर उन्हें समाजिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए?

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⚠️ डिस्क्लेमर:
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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