Vice President Jagdeep Dhankhar इस्तीफा 2025: जानिए वजह

Jagdeep Dhankhar Resignation News Banner

🗣️ Catchline:

भारत के उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया।

स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने पद छोड़ा।

🏛️ कौन हैं जगदीप धनखड़?

जगदीप धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति रहे। उन्होंने अगस्त 2022 में पदभार संभाला था।

उनकी छवि एक सख्त और स्पष्ट वक्ता की रही है। राजस्थान के झुंझुनू जिले से ताल्लुक रखते हैं।

राजनीति में उनका लंबा अनुभव रहा है।

धनखड़ पहले बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं। वह उच्च शिक्षा, कानून और राजनीति में सक्रिय रहे हैं।

उनकी भूमिका संसद में काफी मुखर रही है।

📉 इस्तीफा क्यों दिया?

20 जुलाई 2025 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उन्होंने अपना त्यागपत्र सौंपा।

धनखड़ ने अपने पत्र में स्वास्थ्य का हवाला दिया। बताया कि वह लगातार स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।

इस दौरान वे कई बार अस्पताल में भर्ती रहे। हाल ही में उनकी सार्वजनिक उपस्थिति भी कम हुई थी।

सूत्रों के अनुसार, डॉक्टर्स ने उन्हें आराम की सलाह दी थी। इसी कारण उन्होंने पद से हटने का फैसला लिया।

🧠 राजनीतिक हलचल तेज

धनखड़ के इस्तीफे से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

अचानक इस्तीफा देना एक असामान्य कदम माना जा रहा है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों में चर्चा तेज है।

कुछ नेताओं ने इसे राजनीतिक रणनीति कहा। कुछ ने इसे निजी निर्णय मानकर सम्मान दिया। फिलहाल सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया।

🧾 इस्तीफे की प्रक्रिया

संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति को इस्तीफा देता है। राष्ट्रपति उस पत्र को स्वीकार कर सकते हैं या अस्वीकार। धनखड़ का इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है। अब देश को नए उपराष्ट्रपति की तलाश करनी होगी।

📅 कार्यकाल की अवधि

धनखड़ का कार्यकाल अगस्त 2022 में शुरू हुआ था। वह 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। लगभग 3 साल के भीतर उन्होंने पद छोड़ दिया। यह दुर्लभ घटनाओं में गिना जाएगा।

📢 क्या बोले जगदीप धनखड़?

अपने इस्तीफे में धनखड़ ने लिखा: “देश की सेवा करना मेरे लिए गर्व की बात रही।” “अब स्वास्थ्य के कारण मुझे विश्राम की आवश्यकता है।” “आशा है देशवासी मेरी परिस्थिति को समझेंगे।”

🙏 नेताओं की प्रतिक्रियाएं:

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: “धनखड़ जी ने हमेशा गरिमा बनाए रखी।” “उनका योगदान संसद में अमूल्य रहा।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया: “हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”

अन्य विपक्षी दलों ने भी संवेदना जताई है।

📌 नया उपराष्ट्रपति कौन?

अब नया उपराष्ट्रपति चुनने की प्रक्रिया शुरू होगी। राष्ट्रपति चुनाव की तरह इसकी प्रक्रिया भी तय है।

इसमें सांसदों द्वारा मतदान किया जाता है। चुनाव आयोग जल्द ही तारीख की घोषणा करेगा।

⚖️ संवैधानिक दृष्टिकोण:

भारत का उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति होता है। संविधान के अनुच्छेद 63 के अनुसार पद का प्रावधान है।

संविधान में इस्तीफे की प्रक्रिया भी स्पष्ट की गई है। अगर पद रिक्त होता है, तो 6 महीने में चुनाव जरूरी है।

📚 धनखड़ का अब तक का सफर:

  • 1990 में लोकसभा पहुंचे।
  • 1990-91 में मंत्री बने।
  • 2019 में बंगाल के राज्यपाल बने।
  • 2022 में उपराष्ट्रपति चुने गए।

उनकी राजनीतिक यात्रा विविध रही है। वह किसान परिवार से आए हैं।

🧠 निष्कर्ष:

धनखड़ का इस्तीफा अप्रत्याशित रहा। स्वास्थ्य कारणों का निर्णय को मानवीय बना देता है। अब भारत को नए उपराष्ट्रपति की तलाश है। यह बदलाव संविधान के दायरे में होगा।


ऐसी ही जरूरी और बड़ी राजनीतिक खबरों के लिए जुड़ें DailyBuzz.in के साथ। यहाँ मिलेगी आपको हर खबर सरल, तेज़ और भरोसेमंद भाषा में।

⚠️ डिस्क्लेमर:
इस पोस्ट में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है। Dailybuzz.in इसकी सटीकता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता। कृपया किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *